जोधपुर. सूरत के कोचिंग कॉम्प्लेक्स में लगी आग की दर्दनाक घटना के बाद प्रदेश में भी ऐसी बहुमंजिला इमारतों में फायर सेफ्टी को लेकर पड़ताल शुरू हो गई है। जोधपुर के हालात भी चिंताजनक हैं। यहां कई कोचिंग सेंटर नगर निगम बायलॉज के अनुरूप भी नहीं है। कई जगहों पर न तो पार्र्किंग के लिए जगह है और ना ही कोई सेटबेक छोड़ा है। ये सभी शिक्षा के केन्द्र नियम कायदे ताक पर रख चल रहे हैं। जबकि यहां सैकड़ों बच्चे एक साथ पढ़ते हैं। कई एजुकेशन सेंटर्स के पास आग लगने पर लोगों के बाहर निकलने तक के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। फायर सेफ्टी सिस्टम के नाम पर महज फायर सेफ्टी सिलेंइडर लगे हुए हैं, जो अग्निशमन कार्यालय के नियमानुसार नाकाफी हैं। कई जगह आवासीय स्वीकृति पर शैक्षणिक संस्थान संचालित हो रहे हैं।